Crime story in. Hindi : कानपुर की दुल्हन ने पहले पति को बताया न पुंसक फिर सिपाही और जेल वार्डर से प्रेमकहानी

Crime story in. Hindi : कानपुर की दुल्हन ने पहले पति को बताया न पुंसक फिर सिपाही और जेल वार्डर से प्रेमकहानी


 Crime story in. Hindi : कानपुर की दुल्हन ने पहले पति को बताया न पुंसक फिर सिपाही और जेल वार्डर से प्रेमकहानी

Crime story in. Hindi -एक लड़की की धूमधाम से शादी होती है, उसकी जिंदगी में सबकुछ ठीक चल रहा था , और धीरे धीरे करके ऐसी वक्त गुजर जाता है| 

दो साल के बाद अपनी सास के पास जाती है , सास से जाकर कहते हैं, कि अब बहुत हो चुका अब मुझसे ज्यादा आपके घर पर नहीं रह सकती सास पूछती है, कि आखिरकार क्या कारण है, कि अचानक से तुमको सबकुछ भूलने की सब कुछ यहाँ से जाने की बात याद आ रही है, क्या बात है , क्या समस्या है ,उस समस्या का समाधान निकालेंगे तो कहती है, कि मैंने बहुत इंतजार किया कि ताकि


मसले का समाधान हो सके लेकिन उस समस्या का समाधान नहीं हो सकता अपने बेटे से ही पूछो जब सास ज्यादा जिद करने लगती है। तब बहू बताती है, कि तुम्हारा बेटा नपुंसक है , और मैं उसके साथ अब ज्यादा दिन तक रह नहीं सकती वो लड़की अपनी ससुराल से निकलकर मायके नहीं जाती बल्कि एक नई जगह पर जाकर किराए पर रहने लगती है।


अब उसका अकेलापन एकांकी , पर अब करें तो क्या करें उसका सहारा बनता है, मोबाइल, मोबाइल पर वह पन्ने दर पन्ने पलटती थी, और नए नए दोस्तों की तलाश करती थी , आज कहानी उसी दुल्हन की है, जिसे दो साल बाद याद आया था, कि उसका पति नपुंसक है।

Crime Story in hindi

आदाब नमस्कार सत श्री अकाल में उस्मान सैफी आज की जो सच्ची घटना में आपको सुनाने जा रहा हूँ ,सच्ची घटना है, उत्तर प्रदेश का एक कानपुर शहर है, दरअसल कहानी भी यही की है।


सीतापुर जेल में तैनात एक उत्तर प्रदेश पुलिस का कांस्टेबल जिसका नाम होता है, शिवम पाल दरअसल शिवम पाल यूं तो कानपुर देहात के गांव पुखरायां का रहने वाला होता है, लेकिन उसकी पोस्टिंग होती है , सीतापुर की जेल में और जब उस जेल में ड्यूटी के अलावा उसके पास खूब सारा वक्त होता था। तो

का ज्यादातर वक्त मोबाइल पर ही काटता करता था। एक दिन वह फेसबुक के पन्ने पलटते पलटते कब उसको दिखाई देता है।


 कि एक बेहद खूबसूरत लड़की , उसके पास फ्रेंड रिक्वेस्ट आती है । और उस लडकी के कुछ फ्रेंड  के साथ साथ उसकी प्रोफाइल चेक करता है , profile  जाकर अबाउट में देखता है कि वह कहां के रहने वाली है, कौन हैं? तो लड़का वह बेहद खुश हो जाता है । 


क्योंकि वह लडकी भी उसी के इलाके की रहने वाली थी । यानि कि कानपुर शहर की उसने फ्रैंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर लिया और एक्सेप्ट करने के बाद उन दोनों की बातचीत का सिलसिला शुरू हो जाता है , शुरुआत में दोनों एक दूसरे के सुख दुःख की बातें किया करते थे, लडके ने अपने बारे में सब कुछ बता दिया क्योंकि उसके ज्यादातर फोटोग्राफ्स जो फेसबुक पर लगे हुए थे।   पुलिस की वर्दी में होते हैं,

 

पुलिस की वर्दी में होने की वजह से ही उस लड़की की तरफ से शायद request भी आई थी , दोनों की दोस्ती होती है, और दोस्ती कब प्यार में बदल जाती है, पता ही नहीं चलता है ,और इसी हिसाब से एक वक्त गुजर जाता है , जब लड़की कभी घर पर अपने अकेली हुआ करती थी, तभी वह उससे बातचीत करते करते कहती थी , कि अगर तुम्हें फुरसत हो में  ,मौका हो , जब तुम अपने गांव पर हो, 


तो मुझसे भी मुलाकात करना और उस लड़के को भी शायद इसी वक्त की तलाश थी, जब उसे सीतापुर जेल से छुट्टी मिलती थी। 

छुट्टी मिलने के बाद वह कॉन्स्टेबल अपने गांव आता था। और गांव आने के बहाने से वह अपनी प्रेमिका से मिलने भी उसके घर  जाया करता था।


 जिसका नाम होता है,  संगीता पाल अब संगीता पाल से मुलाकात होती है,  बातचीत होती हैं, और वह दोनों साथ रहने लगते हैं, ऐसे ही धीरे धीरे करके वक्त आगे बढ़ने लगता है ,और इसी बीच में इन दोनों ने आपस में सहमति जताई कि हम शादी कर लें,


यानी की शादी करने की बात आती है, जब शादी की बात आती है, तो ये सीधा एक आर्य समाज मंदिर में जाते हैं, और वह मंधना का एक आर्यसमाज मन्दिर होता है, वहां पर लडकी के पिता जी लड़की का भाई लड़की की भाभी परिवार के कई लोग शामिल होते हैं, और शादी हो जाती है, जब शादी होती है, तो लडकी 


कानपुर शहर का एक कल्याणपुर इलाका है , उस इलाके में किराए पर रह रही, कि पहले से ही वह सिपाही भी जब अब आता था । तो यहीं पर आखिर मिलते जुलते थे । इस तरह से  और थोड़ी नजदीकियां बढ़ने लगती है ,और धीरे धीरे करके छह महीने का वक्त गुजर जाता है , नवंबर दो हज़ार तेईस जब आता है, तब यह लड़की जिसका नाम संगीता पाल होता है, उस पुलिस कॉन्स्टेबल से कहती हैं,


 कि हमें अपना घर लेना चाहिए ,किराए की जिंदगी जी रहे हैं , वो कब तक देंगे, इसलिए अपना खुद का घर होगा तो ज्यादा ठीक है, एक पुलिस वाले की इतनी तनख्वाह नहीं होती कि एक साथ बड़ा सा घर खरीद लें , यह बहुत सारे पैसे उसके पास इकट्ठे हो तभी उसने कहा कि इतने सारे पैसे मेरे पास नहीं है, जब आप पैसे मकान खरीदना है,

 तो मकान के साथ साथ उसने दस लाख रुपए की डिमांड और  कर दी दोनों की शादी हो चुकी थी, आर्य समाज मंदिर में जिस तरह की ये बहकी बहकी बातें कही थी, वह पुलिस कॉन्स्टेबल परेशान हो जाता है, तो सीधा अपने ससुर के पास जाता है, और अपने साले के पास जाता है ,


 अलग अलग लोगों से बातचीत करता है, कहता है, कि संगीता  मुझे परेशान कर रही है। कभी दस लाख मागती हैं, तो कभी कहती है, घर खरीद के दो ,अगर घर खरीद कर द़ो , नही अच्छा नहीं होगा यह कौन सी बात हुई उस पुलिस वाले ने जब परिवार के लोगों से बातचीत करने की कोशिश की , 


परिवार के लोगों ने धमकाना शुरू कर दिया कहा कि संगीता जो कहती है, उसकी बात मान लो नहीं तो अंजाम अच्छा नहीं होगा। अब ऐसी स्थिति में परेशान होकर संहिता के पास पहुंचता है। संहिता से बातचीत करता है। घर वाले बिल्कुल ठीक कह रहे हैं कि अंजाम अच्छा नहीं हुआ।

और जब बात अंजाम अच्छे हैं ना होने की बात आती है।


 तो कहती क्या कर लोगे तभी उसने कहा कि मैंने तुम्हारे अभी तक कि जितने भी वीडियो हैं। जितने भी हम दोनों साथ हैं । असली रूप से मिलते थे। या शारीरिक संबंध बनाते थे। तो सभी का स्पाई कैमरे के माध्यम से वीडियो रिकॉर्ड कर लिया है। और जो वीडियो है। वह सोशल मीडिया पर वायरल हो जाएंगे। तुम्हारे अच्छी खासी नौकरी है। वह नौकरी चली जाएगी

और जिंदगी पूरी तरह से तबाह हो जाएगी अब पुलिसवाला चक्कर में आ जाता है। सोचने पर मजबूर हो जाता है, कि करूं तो क्या करूँ कैसे करूँ फिर वो अपने उच्च अधिकारियों से संपर्क करता है, संपर्क करने के बाद उनसे बातचीत करता है, कि मैं एक बहुत भंवर जाल में फंस गया हूँ, इस भंवर जाल से कैसे निकलो तभी कुछ अधिकारी के कहते हैं , 


कि तुम्हें जाकर थाने में जो संबंधित थाना है , ज्ञानपुर थाना वहां जाकर अपने इंस्पेक्टर से बात करो और बात करने के बाद पूरी कहानी बताओ तो सीधा यानि कि शिवम पाल से जाता है, कल्याणपुर थाने में और जहां पर ऐसे होते हैं, धनंजय पांडेय उनसे जाकर पूरी कहानी बताता है, किस तरह से फेसबुक पर इस लड़की से मुलाकात होती है, प्यार होता है, शादी होती है, शादी के बाद फिर यह दस लाख और एक मकान की डिमांड करती है।



 डिमांड पूरी न करने पर उसकी जो वीडियो है। जो अश्लील वीडियो उसने स्पाई कैमरे के माध्यम से इस पुलिस वाले की बनाई है। उनको वायरल कर देंगे, अब यह बात सुनने के बाद एसएचओ को भी थोड़ी हैरानी होती है, कि पुलिस वाले के साथ ऐसा कैसे हो सकता है। अब उन्होंने इस महिला को जो नंबर थे, उससे बातचीत का सिलसिला शुरू किया और मामले की जांच पड़ताल जब करनी शुरू की है। तो एक नई बात निकलकर सामने आती है।


ऐसा लग रहा था । जैसे के यह कोई पहला पुलिस वाला नहीं था। बल्कि इससे पहले भी और कई सारे लोग हैं, जिनका को शिकार बना चुकी है, जिनसे ये पैसे ले चुकी है,


 दरअसल साल दो हज़ार सत्रह में इस लडकी की जिसका नाम होता है, संगीता देवी, संगीता पाल जो कि रसूलाबाद की रहने वाली होती है, रसूलाबाद के रहने वाली लड़की इसकी शादी होती है।

जयपुर के रहने वाले आनंद बाबू से साल दो हज़ार सत्रह में इनकी जिंदगी ठीक ठाक चल रही थी, सब कुछ सामान्य था लेकिन दो साल बीतने के बाद अपनी सास के पास जाती है,  कि मैं अपने पति को छोड़ रही हू, क्योंकि तुम्हारा बेटा है ,वह पूरी तरह से नपुंसक है ।


और वह महिला को संतुष्ट नहीं कर सकता कुछ इस तरह की बातें जो सास ने सुनी तो सास को यकीन नहीं हो रहा था। उन्होंने सोचा कि शायद घर की बदनामी होगी।


इसलिए इसकी सास के पास उसके अकाउंट पर तीन लाख रुपए होते हैं । वो तीन लाख रुपए निकाल वहां से अपने मायके जाने के बजाय कल्याणपुर के किसी घर में किराए पर रहने लगती है , और यहीं से उसकी जिंदगी में एक नया दौर शुरू होता है,  वह ऐसा दौर था , जो कि मोबाइल के माध्यम से इसने  लोगों से दोस्ती करना शुरू कर देती है।


 पहली दोस्ती की होती है, ऐसी पुलिस की जांच में आती है, मध्य प्रदेश के शहर जाना शाहजहानाबाद एक थाना है, और उसे थाने में तैनात विनय कुमार यादव नाम का एक कांस्टेबल होता है, जो कि उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के कमालपुर का रहने वाला होता है, और उस व्यक्ति के पास यह फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते है, फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजने के बाद दोनों की आपस में बातचीत होती है, 


दोनों को  प्यार होता है । दोनों आपस में एक दूसरे साथ मिलते हैं। बातचीत करते हैं, और जब जब उसका मन होता था, सिपाही का तब इस महिला से मिलने के लिए तथा था , उसके घर पर उसे कमरे पर और जब यह आपत्तिजनक स्थिति में होते थे। तभी इसी लडकी का एक कैमरा होता था। जिसे स्पाई कैमरा , स्पाई कैमरे में वीडियो रिकॉर्ड होता रहता था। वह ऐसी वक्त आगे बढ़ जाता है।



जब वक्त आगे बढ़ता है, तभी से  महिला ने इसे पुलिस वाले से अपना पीछा छुड़ाने के लिए जिसका नाम होता है।


विनय कुमार यादव उससे कहती है, कि मुझे तुम पंद्रह लाख रुपए दे दो नहीं तो फिर तुम्हारा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो जाएगा वह पुलिस वाला परेशान हो जाता है, मामला कोर्ट पहुँच जाता है, और कोर्ट में जाने के बाद से ज्यादा पुलिसवाले की अर्जी  होती, 


आखिरकार यह बताया जाता है, पुलिस की जांच में आता है, कि पंद्रह लाख रुपए में ही समझौता हो जाता है, और उस पुलिस वाले की जाँच छूट जाती है।


इसके बाद उसने शिवम पाल को अपना निशाना बनाया पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है। कि इसने अपने पति को नपुंसक बताकर और कितने पुलिसवालों को और कितने आदमी आम आम आदमी को निशाना बनाया है, और कितने लोगों के साथ इसने ऐसा गंदा घिनौना कृत्य किया है, और इस घटना में कितने लोग शामिल हैं, इस प्रकरण की जांच जारी है ,साथ ही जो यह महिला होती है,


 जिसका नाम संगीता पाल होता है,  गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजे जाता है, और यह मार्केट बाकायदा सोशल मीडिया के माध्यम से ही सूचना भी दी जाती है, कि ऐसी महिलाओं से पूरी तरह से सचेत रहें सतर्क रहें क्योंकि इस तरह की महिलाएं आजकल सोशल मीडिया पर एक्टिव होकर अपने सुंदर सुंदर फ़ोटोग्राफ़्स यह सोशल मीडिया पर छोड देती हैं, और कोई भी जब लोग अपनी ड्यूटी से खाली होते हैं,


 तो खाली वक्त में इसी तरह से वह सोशल मीडिया के पन्ने दर पन्ने पलटते रहते हैं, और कई बार इस तरह की महिलाओं के जाल में फंसकर अपनी जिंदगी के जो कुछ खास पल होते हैं उनको भी लुटा देते हैं, अपनी जो पैसे होते हैं, उनको लिटा देते हैं, और साथ ही समाज में मान मर्यादा प्रतिष्ठा होती है, उसको भी कहीं ना कहीं लुटा देते हैं ,जिस तरह से शिवम पाल और विनय कुमार यादव के साथ हुआ है,


इस स्टोरी से हमको  शिक्षा मिलती है

 दोस्तों इस पूरे घटना क्रम को सोने का उद्देश्य किसी को परेशान कर रही हैं किसी का दिल दुखाना नहीं बल्कि आपको जागरूक करना है आपको सचेत करना है और जाते जाते आज कौशल खत्री है रायपुर के रहने वाले हैं बिहार के रहने वाले हैं उदय कुमार शिवानी महतो है आती ऋषिकेश से हैं सोनम गुप्ता हैं बलिया से अल्ताफ झारखंड से हैं युद्ध स्तर यादव मैनपुरी से बीरबल यादव ने पठान और औरंगाबाद से हैं कैलाश सिंह महाराजगंज से हैं नवीन आर्य राजस्थान से आशीष यादव से मोहम्मद अरशद अंसारी असलम शाह गुंडा से हैं नरेश कुमार छतरपुर से सलाउद्दीन खान इन लोगों ने नाम लेने की अपील की थी आप सब लोग अपना खयाल रखें सुरक्षित रहें जय हिंद जय भारत

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